काला पीलिया के 7 लक्षण, कारण | kala piliya ke lakshan | kala piliya ilaj

काला पीलिया क्या है और काले पीलिये का सही ईलाज क्या है। kala piliya ke lakshan, काला पीलिया कितना खतरनाक होता है और काला पीलिया कैसे ठीक हो सकता है? Kala piliya

काला पीलिया अपने आप में एक घातक रोग हैं, इसे अंग्रेजी में जॉन्डिस के नाम से जाना जाता है। काला पीलिया
एक रोगी पर तब वार करता हैं जब रोगी के ब्लड में बिलीरुबिन का लेवल बढ़ जाता हैं। “काला पीलिया”
का नाम काला पीलिया इसीलिए पड़ा था क्यूंकि जिस समय यह फैलना शुरु हुआ था तब इसका इलाज संभव नहीं था लोग ऐसा मानते थे की अगर जिस व्यक्ति को एक बार यह बीमारी हो गई तो वह मर जाता हैं। आज के समय में काला पीलिया
एक आम बीमारी बन चुकी हैं। आज यह किसी को भी हो सकती हैं चाहें आप बच्चे, जवान या फिर बूढ़े हो।

काला पीलिया के रोगी के लक्षण भूख न लगना, थकान रहना, वजन जल्दी कम होना, तेज बुखार रहना, पेट ख़राब रहना आदि समस्या हो सकती हैं। काला पीलिया की जांच ब्लैड टैस्ट से की जा सकेगी है जिससे आप जल्दी पता कर सकते है कि आपके अंदर यह वायरस हैं या फिर नही।

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काला पीलिया क्या है? – kala piliya kya hota ha

इस रोग की शुरआत पीलिया रोग से होती है जिससे आपको बुखार भी आ सकता हैं। धीरे-धीरे जब यह रोग आगे बढ़ जाता हैं तो यहक्रोनिक हेपेटाइटिस में बदल जाता हैं। इससे रोगी के लिवर में कार्बन जमने लगता है, धीरे-धीरे रोगी का रंग काला पड़ने लगता है। मैडिकल टर्म में काला पीलिया तीन तरह का होता हैं जिसे Acute Hepatitis B, Acute Hepatitis B, Severe Acute Hepatitis B नाम से भी जाना जाता हैं। ब्लैड टैस्ट के दौरान हमें इसके प्रकार का भी पता चल जाता हैं।

काला पीलिया का इलाज आज 100% संभव है, बस इसके लिए आपको इसके शुरआती लक्षणों को पकड़ना होगा। जैसे ही आप ike लक्षण समझ जाते है तो उसके तुरंत बाद आप डॉक्टर से संपर्क करें, ताकि समय रहते इस गंभीर बीमारी का ईलाज हो सके।

काला पीलिया के लक्षण क्या होते हैं? – kala piliya ke lakshan

काला पीलिया के लक्षण एक समान्य पीलिया की तरह हो सकते हैं यह लक्षण आपको तीन महीने के अंदर दिखना शुरु हो सकते हैं। अगर किसी रोगी को लगातार यह लक्षण आ रहे हैं तो हो सकता हैं की उसे काला पीलिया हो गया हो उसके एक बार अपने डॉक्टर को जरुर दिखाना चाहिए।

  • लगातार बुखार
  • कमज़ोरी और थकान
  • भूख में कमी
  • जोड़ों में हल्का दर्द रहना
  • पीला पेशाब होना
  • पतले दस्त होना
  • नाखून का रंग पीला होना
  • त्वचा का रंग पीला होना
  • त्वचा पर लगातार After होना
  • आंखो में पीलापन आना
  • पेट में दर्द होना

काला पीलिया कितने प्रकार का होता हैं? – piliya kitne prakar ka hota hai


मुख्य रूप से अगर देखा जाए तो काला पीलिया तीन तरह का होता हैं जिसका डिटेल में विवरण इस प्रकार से है।

Acute Hepatitis B – hepatitis b kya hai

यह एक स्मान्य रूप का पीलिया होता हैं जो कुछ समय के लिए होता हैं। Acute Hepatitis B में पेशेंट अक्सर ठीक हो जाते हैं। मैडिकल एक्सपर्ट का मानना है की कुछ मामलों में यह हानिकारक हो सकता हैं और लंबे समय तक आपके लिवर को भी नुकसान पहुंचा सकता हैं, इसीलिए समय रहते इसकी पहचान कर इसका ईलाज शुरु कर देना चाहिए।

Severe Acute Hepatitis B – hepatitis b ke karan

इस तरह के पीलिए में रोगी को समान्य से ज्यादा तकलीफ़ होती हैं, इसमें रोगी का लिवर पूरी तरह से फेल हो सकता है और इसके साथ-साथ रोगी अन्य कई समस्यायों का सामना करना पड़ सकता हैं। इसमें रोगी की भूख पूरी तरह खत्म हो जाती हैं उसे लगातार थकान और कमज़ोरी बनी रहती हैं।

Chronic Hepatitis B – hepatitis b ke lakshan

यह एक घातक और जानलेवा पीलिया है जो किसी भी रोगी की जान बड़ी आसानी से ले सकता हैं। Chronic Hepatitis B का वायरस लंबे समय तक रोगी के शरीर में जीवित रहता है, जो धीरे-धीरे उसके लिवर को नुक्सान पहुंचाता है। एक समय ऐसा आता हैं जब उसका लिवर पूरी तरह खत्म हो जाता हैं। इसीलिए इसे Chronic Hepatitis B कहा जाता हैं, अगर परिवार में किसी एक व्यक्ति को Chronic Hepatitis B हो गया तो हो सकता हैं की दुसरे सदस्यों को इसका प्रणाम भुगतना पड़ जाए।

kala piliya ke Parkar
काला पीलिया के प्रकार

हेपेटाइटिस सी कैसे फैलता है? – hepatitis c kaise failta hai

हेपेटाइटिस सी एक वायरल बीमारी है जो हमारे लिवर को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है। हेपेटाइटिस सी आपकी इम्मंटी को धीरे-धीरे खत्म कर देता है जिससे आपको कई मौसमी बीमारियां होने का खतरा भी बना रहता है। हेपेटाइटिस सी अगर लंबे समय तक बना रहे तो इससे आपको लिवर की स्किरोसिस (लिवर का फिब्रोजिस), किर्तन, और किडनी या कैंसर भी हो सकती हैं। हेपेटाइटिस सी होने के कई कारण हो सकते है परंतु जो मुख्य कारण है वो इस तरह से हैं।

  • संक्रमित व्यक्ति का ब्लड लेने से आपको हेपेटाइटिस सी हो सकता है, जिसमें आप हेपेटाइटिस सी पेशेंट से ब्लड लेते हैं।
  • डॉक्टर द्वारा टीका लगाते समय सुई न बदलने से भी आपको हेपेटाइटिस सी हो सकता हैं। इसीलिए जब भी टीका लगाए तो सुई जरुर बदल ले।
  • सेक्सुअल सपर्क के दौरान भी आप हेपेटाइटिस सी से संक्रमित हो सकते हैं, क्यूंकि हो सकता है की आपके पार्टनर को * हेपेटाइटिस सी का इन्फेक्शन हो ऐसे में अगर आप उससे संबद्ध बनाते हैं तो हो सकता हैं की आप भी हेपेटाइटिस सी की चपेट में आ जाए।
  • अगर आपके माता-पिता को हेपेटाइटिस सी का इंफेक्शन है तो 80% चांस है की यह बीमारी आपको भी है सकती हैं, क्योंकि हेपेटाइटिस सी पीढ़ी-दर-पीढ़ी चलता रहता हैं।
  • अगर आप किसी का ब्रश आदि या फिर किसी और के जूठे बर्तन यूज करते हैं तो हो सकता हैं की उस व्यक्ति को हेपेटाइटिस सी का इंफेक्शन हो, ऐसा करते समय यह वायरल इंफेक्शन आपके अंदर ट्रांसफर हो सकता हैं।
  • अगर आप अपनी बॉडी पर टैटू वेगरा बनवाते हैं तो हो सकता हैं की हेपेटाइटिस सी का इंफेक्शन आपके अंदर आ जाए। इसीलिए कभी भी अपनी बॉडी पर टैटू आदि न बनवाए।

हेपेटाइटिस बी कैसे फैलता है? – hepatitis b kaise failta hai

हेपेटाइटिस बी (काला पीलिया) अपने आप थी एक जानलेवा बीमारी है, आज पूरी दुनिया में 20% आबादी ऐसी हैं जो हेपेटाइटिस बी से पीड़ित हैं। हेपेटाइटिस बी सबसे आपके लिवर पर असर डालती है जिससे आपका लिवर धीरे-धीरे डेमेज होना शुरू हो जाता हैं। इस बिमारी में आपका पूरा शरीर प्रभावित होता हैं, जब आपके अंदर हेपेटाइटिस बी का वायरस आता हैं तो आपको इस तरह लक्षण आ सकते है

हेपेटाइटिस बी के लक्षण – hepatitis b ke lakshan kya hote hain

  • लागतार थकावट होना
  • बुखार के साथ-साथ जुकाम होना
  • पेट में भारी दर्द होना
  • त्वचा का रंग अचानक पीला होना
  • मासपेशियों में अकड़न व दर्द होना
  • उल्टी जैसा मन होना
  • आंखो में पीलापन आना
  • भूख का अचानक कम हो जाना
  • कभी-कभी पतले दस्त होना

kala piliya ke lakshan kya hai
काला पीलिया वायरस

हेपेटाइटिस बी कैसे होता हैं? – hepatitis b kaise hota hai

  • अगर आप किसी तरह की ड्रग आदि लेते है जा फिर ड्रग का कोई इंजेक्शन लेते है तो हो सकता की इससे आपको हेपेटाइटिस बी का इंफेक्शन हो।
  • सेक्सुअल संपर्क हेपेटाइटिस बी के जोखिम को 90% तक बढ़ा सकता है। अगर आपका पार्टनर हेपेटाइटिस बी से पीड़ित है, तो हो सकता हैं की वह वायरल इंफेक्शन आपके अंदर आ जाए।
  • अगर आपको किसी इमरजेंसी में ब्लड की जरूरत है, तो आप किसी ऐसे व्यक्ति का ब्लड ले लेते हैं जो पहले से हेपेटाइटिस बी से पीड़ित है, तो इस दौरान बहुत ज्यादा चांस है की वह वायरस आपके अंदर आ जाए।
  • अगर किसी व्यक्ति के माता-पिता हेपेटाइटिस बी से पीड़ित है 100% चांस है की उसके बच्चे के अंदर हेपेटाइटिस बी का इंफेक्शन आए।
  • अगर आप अपनी बाजू पर टैटू आदि बनवाते हैं तो हो सकता हैं, आपको इससे हेपेटाइटिस बी का इंफेक्शन हो।

काला पीलिया का टैस्ट कैसे करवाए? – kale piliya ka test


हैल्थ एक्सपर्ट का मानना है की काला पीलिया को शुरआत में पकड़ पाना थोड़ा मुश्किल है, क्यूंकि कई बार काला पीलिया के लक्षण स्पष्ट रुप से दिखाई नही देते जिसके चलते यह बीमारी जल्दी से पकड़ में नहीं आती। अगर आप इस बिमारी से पीड़ित है तो आपका डॉक्टर इसे इस तरह से पकड़ सकता हैं

खून का टैस्ट (ब्लड टैस्ट) – kale piliya ka blood test

आपका डॉक्टर काले पीलिया का पता लगाने के लिए सबसे पहले इसी टैस्ट को करता हैं, इस दौरान आपका ब्लड लिया जाता है जिसके अंदर इस वायरल बीमारी के रोगाणुओं का पता लगाया जाता हैं। इस टेस्ट से आसानी से पता लगाया जा सकता हैं की आपको यह बीमारी कब से है, और यह आपके अंदर कितनी विकसित हो चुकी हैं।

लिवर फ़ंक्शन टेस्ट – kale piliya ke liye test

इस टेस्ट के अंतर्गत डॉक्टर आपके लिवर की जांच करता है, लिवर फ़ंक्शन टेस्ट से आसानी से पता लगाया जा सकता हैं की यह बीमारी आपके लिवर को कितनी इफैक्ट कर रही हैं, और इससे आपके लिवर की ओवर आल हैल्थ के बारे में पता लगाया जा सकता हैं।

इम्यूनोलॉजिक टेस्टिंग – kala piliya test name

अगर आपके काला पीलिया का कोई लक्षण नहीं आ रहा, और न ही किसी ब्लड टैस्ट के अंदर दिखाई दे रहा तो इस दौरान डॉक्टर इम्यूनोलॉजिक टेस्टिंग करता हैं। इस टेस्ट से वायरल हेपेटाइटिस के रोगाणुओं की पहचान की जा सकती हैं। अगर डॉक्टर एक बार इस बीमारी की पहचान कर लेता हैं तो उसका निदान भी जल्द हो जाता हैं।

kala piliya ke lakshan
काला पीलिया की जांच

काला पीलिया का ईलाज कैसे करें? – kala piliya ka ilaj kaise hota hai

काला पीलिया एक लीवर से संबंधित बीमारी है जो सबसे ज्यादा लीवर को प्रभावित करने का काम करती हैं, अगर आप इस बिमारी के दवाईयों के साथ-साथ कुछ ऐसी होम रेमेडीज का उपयोग करते है जो आपकी बिमारी को जल्दी ठीक करने में मदद करती हैं। यह होम रेमेडीज आपको आसानी से मिल सकती हैं।

आंवला – kala piliya mein avala ke fayde

आंवले के भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है जो काले पीलिया के जोखिम का कम करने में काफी मददगार साबित हो सकता हैं। इसके लिए आप आंवले को कच्चा जा इसे सुखाकर भी खा सकते हैं। हेपेटाइटिस बी व हेपेटाइटिस सी के लिए आंवला बहुत उपयोगी माना जाता हैं।

टमाटर का रस – kala piliya me kya khana chahiye

हैल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि टमाटर के बेहद विटामिन सी पाया जाता हैं जो काले पीलिया का ठीक करने की बेस्ट दवा है। इसीलिए आप रोज़ टमाटर का रस और उसके अंदर थोड़ा काला नमक और थोड़ी पीसी हुई काली मिर्च डालकर ले सकते है।

मूली का रस – kala piliya me kya khaye

आयुर्वेद के अनुसार मूली आपके खून को साफ करने का काम करती हैं, आपके ब्लड से अवंशिक तत्व और उसके साथ-साथ काले पीलिया को जड़ से खत्म करने का काम करती हैं। आप इसके लिए रोज़ाना 2 से 3 गिलास मूली का रस ले सकते है।

नींबू का रस – kala piliya deit plan

नींबू अपने आप में एक एंटी ऑक्सीडेंट फल है जिसके अंदर काफ़ी मात्रा में विटामिन सी पाया जाता हैं। नींबू का रस आपके पेट को साफ़ करने का काम करता हैं और इसके साथ-साथ यह पीलिया के जोखिम को भी कम करने का काम करता हैं।

हल्दी – kala piliya mein haldi ke fayde

हल्दी भी एक एंटी ऑक्सीडेंट चीज़ है जो आपके शरीर को कई तरह के फ़ायदे दे सकती हैं। हल्दी के अंदर एंटी-इन्फ्लेमेट्री, एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-माइक्रोबियल के गुण मौजूद हैं जो हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी को बड़ी आसानी से खत्म करते है। आप रात को सोते समय दूध में दल्दी डालकर पी सकते है।

नीम के पत्तो का रस – piliya me kya khana chahiye

नीम के पत्तो में कुछ ऐसे गुण मौजूद है जो आपके लिवर की सफाई करते है। अगर काले पीलिया के चलते आपका लिवर सही फंगशन नही कर पा रहा तो आप इसके लिए नीम के पत्तो का रस ले सकते हैं। आप सुबह-शाम नीम के पत्तो को उबाल लें, अब इसे ठंडा करके पी ले जिससे आपका काला पीलिया आसानी से ठीक हो जाएगा।

काला पीलिया क्या है?

FAQ

Q. काला पीलिया के लक्षण क्या होते हैं?

Ans. इससे आंखें, नाखून, चमड़ी और चेहरा पीला पड़ने लग जाता हैं। इसके साथ भूख भी कम हो जाती है।

Q. काला पीलिया कितना खतरनाक होता है?

Ans. लंबे समय तक चला काला पीलिया आपको लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर तक के नुक़सान दे सकता हैं।

Q. काला पीलिया कैसे ठीक हो सकता है?

Ans. इसके लिए आप रोज़ाना मूली और टमाटर का रस ले सकते है।

Q. काला पीलिया कितने दिन में ठीक हो जाता है?

Ans. काला पीलिया ठीक करने के लिए कम से कम तीन महीने तक दवाई खाई जाती हैं।

Q. पीलिया के 3 प्रकार क्या हैं?

Ans. वायरल हैपेटाइटिस ए, वायरल हैपेटाइटिस बी और इसके साथ वायरल हैपेटाइटिस नान ए व नान बी भी होता हैं।

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