malaria kaise thik hota hai or malaria kaise failta hai or मलेरिया रोग कैसे ठीक होगा और मलेरिया की सबसे अच्छी दवा कौन सी है? और मलेरिया में कौन सा फल खाना चाहिए?
मलेरिया एक संक्रामक रोग है जो बहुत तेज़ी से फैलता हैं। who के अनुसार आज पुरे विश्व में 52 करोड़ से ज्यादा लोग मलेरिया से पीड़ित है। इन आंकड़ों से पता चलता है की 25-30 लाख लोगों की मौत मलेरिया से होती है। हैल्थ एक्सपर्ट का मानना है की यह रोग मच्छर के काटने से होता है। भारत के आंकड़ों के अनुसार यह रोग पूरा साल भारत में रहता है। मलेरिया अपने आप में एक गंभीर बीमारी है जिसमें रोगी को भारी तकलीफ़ का सामना करना पड़ता हैं।
मलेरिया के अंदर रोगी को ठंड के साथ-साथ तेज़ बुखार आता हैं। यह बुखार अपने आप कम ज्यादा होता रहता है, कई लोगों का जब यह बुखार बढ़ जाता है तो इससे उनके दिमाग़ पर कई प्रभाव आते हैं। कई पेशेंट इस बुखार को सहन नहीं कर पाते और वो इससे कोमा में चले जाते हैं
मलेरिया क्या है? – malaria rog kya hota hai
मलेरिया एक संक्रामक बीमारी है जो हमें मच्छर के काटने से होती है। इस बिमारी के चलते रोगी को बहुत ज्यादा ठंड लगती है और इसके साथ-साथ उसे तेज़ बुखार भी आता हैं। हैल्थ एक्सपर्ट के अनुसार मलेरिया का ईलाज सही समय पर होना ज़रूरी है, वरना यह बीमारी अपना गंभीर रूप ले लेती हैं। इसीलिए समय रहते इसके लक्षणों की जांच करनी चाहिए। और मलेरिया का प्रॉपर ईलाज लेना चाहिए।
मलेरिया के लक्षण क्या हैं? – malaria rog ke lakshan kya hai
अगर आप सोच रहे हैं की malaria kaise thik hota hai तो इससे पहले आपको मलेरिया को समझना चाहिए। देखिए अगर आप मलेरिया को सही हराना चाहते हैं तो सबसे पहले इसके लक्षणों को अच्छे से समझे। मलेरिया के कुछ लक्षण ऐसे जो आपकी बॉडी पी आसानी से देखे जा सकते है। अगर आपके अंदर यह लक्षण पाए जाते हैं तो आपको यह बीमारी हो सकती हैं। इसके लिए समय रहते ईलाज ले ताकि इस बीमारी को जल्दी कंट्रोल में लाया जा सके। मलेरिया के यह निम्न लक्षण हो सकते हैं –
- ठंड लगना और कपकपी लगना
- ठंड के साथ तेज़ बुखार आना
- जोड़ों में भारी दर्द होना
- सिर में दर्द रहना
- उल्टी होना या फिर जी मिचलाना
- मासपेशियों में दर्द रहना
- बॉडी में खून की कमी होना
- पेशाब में खून आना
- बार-बार डायरिया होना
- एनीमिया को शिकायत होना
- भारी थकान होना
- त्व्चा का रंग पीला हो जाना
- ज्यादा पसीना आना
- चक्कर आना
- बार- बार बैचनी होना
मलेरिया होने के कारण का है? – malaria rog ka karan kya hai
1. मच्छर के काटने से – malaria konse machar se hota ha
देखिया मलेरिया एक संक्रामक रोग है जो मादा एनोलीज जाति के मच्छरों के काटने से फैलता है। यह मच्छर ज्यादातर हमें रात को करते हैं जिसके चलते हम इस बीमारी का शिकार बनते हैं। मादा एनोलीज जाति का मच्छर जैसे ही आपको कटता हैं, वह अपने वायरस को आपकी बॉडी में ट्रांसफर करता हैं, जिससे आप बीमार पड़ते हैं।
2. संक्रामण से – malaria kaise failta hai
जब आपके परिवार में किसी एक व्यक्ति को मलेरिया होता है तो 80% चांस है की वह रोग आपके अंदर भी आए। क्यूंकि मलेरिया एक संक्रामक रोग है जो एक से दुसरे व्यक्ति में फैलता है। इसीलिए आपको उन लोगों से थोड़ा दूर रहना होगा जो लोग पहले से ही इस बीमारी का शिकार हैं।
3. ब्लड ट्रांसप्लांट से – Malaria ke karan
जब आप किसी कारणवश किसी और का ब्लड अपनी बॉडी में चढ़ाते तो तो ऐसे में आपको मलेरिया हो सकता हैं। अगर वह व्यक्ति पहले से मलेरिया का मरीज़ है तो यह रोग उसके ब्लड में है, जब वहीं ब्लड आप लेते हैं तो यह बीमारी आपके अंदर फैलने लगती हैं।
4. सेक्स संबंधों से – malaria bukhar ke lakshan
जब आप अपने पार्टनर के साथ रिलेशन बनाते हैं तो ऐसे में आपका पार्टनर इस रोग से पीड़ित हो सकता है। जिसके कारण यह गंभीर बीमारी आपके अंदर पहुंच सकती हैं। अगर आप पूरी तरह से सुरक्षित रहना चाहते हैं तो कंडोम का इस्तेमाल ज़रूर करें, ताकि आपको किसी तरह की कोई हानि न हो।
5. दूषित पानी से – malaria rog kiske karan hota hai
अगर आप किसी कारणवश दूषित पानी पी रहे हैं तो इस बात के बहुत ज्यादा चांस है की आपके अंदर मलेरिया फैले। क्योंकि मलेरिया को फैलाने वाले मच्छर यानी मादा एनोलीज वही पर बैठते हैं। इसीलिए आपको कभी भी एक जगह खड़ा हुआ दूषित जल नही पीना चाहिए।
मलेरिया के प्रकार कितने हैं? – malaria kitne prakar ka hota hai
मलेरिया बेसिकली 5 प्रकार का होता जिसका विवरण इस तरह से हैं।
1. प्लास्मोडियम फैल्सीपैरम (P. Falciparum) – malaria rog ke prakar
इस तरह के मलेरिया के अंदर रोगी को ठंडी के साथ तेज़ बुखार आता हैं, ऐसे में वह कई बार अपना मानसिक संतुलन खो देता हैं। उसे नही पता रहता की अब वह कहा है और क्या बोल रहा है, इस रोग में पेशेंट अपनी सुध बुध को पूरी तरह से खो देता है।
2. सोडियम विवैक्स (P. Vivax) – malaria kitne tarah ka hota hai
इस तरह के मलेरिया में रोगी को बहुत ज्यादा घबराहट होती हैं और उसे कई बार चक्कर भी आते हैं। इसमें रोगी को थोड़ी ज्यादा पीड़ा होती हैं। इसमें रोगी के अंदर कुछ ऐसे चेंज आते हैं जिससे कारण जोड़ों में दर्द बना रहता है।
3. प्लाज्मोडियम ओवेल मलेरिया (P. Ovale) – malaria rog kis machhar se hota hai
हैल्थ एक्सपर्ट के अनुसार यह मलेरिया इतना खतरनाक नही होता, इसने रोगी को उतनी ज्यादा पीड़ा भी नही होती। इसीलिए इसे आप सामान्य मलेरिया भी बोल सकते हैं, इसके अंदर रोगी को चौथे दिन तक बुखार आता है और इसके साथ बॉडी में थोड़ी प्रोटीन की कमी हो जाती है जिसके चलते रोगी को सूजन आ जाती हैं।
4. प्लास्मोडियम मलेरिया (P. malariae) – malaria rog ke teen prakar
इस तरह के मलेरिया के अंदर रोगी को बहुत ज्यादा नुक़सान होता है। उसे संक्रामक के पहले दिन मासपेशियों में भारी दर्द बना रहता है जिसके चलते पूरी बॉडी में थकान और कमज़ोरी आती हैं। डॉक्टर इसे समझने के लिए सबसे पहले आपका ब्लड टैस्ट करवाते है। उसके बाद अगर यह वायरस आपकी बॉडी में पाया जाता है तो उसका ईलाज करते हैं।
5. प्लास्मोडियम नोलेसी ( P. knowlesi) – malaria rog kis se utpann hota hai
यह मलेरिया ज्यादातर दक्षिण-पूर्वी एशिया में पाया जाता हैं इसके लक्षण कॉमन है। इसमें रोगी की ठंड के साथ तेज़ बुखार आता हैं ऐसे में उसकी भूख बिल्कुल कम हो जाती हैं। इस मलेरिया में रोगी को कमजोरी का सामना करना पड़ता हैं।
मलेरिया का घरेलू इलाज क्या है? – malaria kaise thik hota hai
1. गिलोय – malaria ko kaise thik kare
मलेरिया को ठीक करने के लिए गिलोय अच्छा उपाय हैं आप इसके लिए 2-3 चमच गिलोय रस को पानी में मिलाकर ले सकते हैं। इस उपाय को आप सुबह-शाम कर सकते हैं। अगर आप कुछ दिन तक लगातर गिलोय का सेवन करते हैं तो इससे आपकी यह समस्या पूर्ण रुप से ठीक हो जाती हैं।
2. तुलसी के पत्ते – malaria kaise thik hota hai
आयुर्वेद के अनुसार तुलसी के पत्ते आपके लिए अमृत के समान है। इस बीमारी में आप तुलसी के पत्ते पानी जा चाय में उबालकर ले सकते हैं। तुलसी के अंदर कुछ ऐसे पोषक तत्त्व मौजूद हैं जो आपकी इस प्रॉब्लम को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
3. नींबू और काली मिर्च – malaria kaise thik hota hai in hindi
मलेरिया के चलते अगर आप नींबू और काली का सेवन करते हैं तो इससे यह बीमारी जल्दी कंट्रोल में आती हैं। इसके लिए चाहें तो आप नींबू पानी भी बना सकते है।
4. हल्दी का उपयोग – malaria ke ayurvedic upchar
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार मलेरिया में हल्दी अच्छा फ़ायदा देती है। इसके लिए आप हल्दी को दुध में उबालकर ले सकते है इससे आपकी इम्युंटी भी मज़बूत होती हैं और साथ ही इसके सेवन से मलेरिया जड़ से खत्म होता है।
5. नारियल पानी – malaria ki medicine
अगर आप मलेरिया में नारियल पानी का इस्तेमाल करते हैं तो यह आपके लिए सबसे बेस्ट है। नारियल पानी के अंदर बहुत सारे ऐसे पोषक तत्त्व है जो आपको मलेरिया से आने वाली कमज़ोरी को दूर करते हैं। इस बिमारी में आप चाहें तो सुबह खाली पेट नारियल पानी का उपयोग कर सकते हैं।
मलेरिया की रोकथाम कैसे करें? – malaria se bachne ke upay kya hai
अगर आप मलेरिया को जड़ से खत्म करना चाहते हैं तो इस प्वाइंट पर फॉक्स करें
- जितना हो सके मच्छरों से बचे। रात को खासकर घर अंदर रहे जब बाहर मच्छर ज्यादा सक्रिय होते हैं
- रात को सोते समय मचछरदानी का उपयोग करें ताकि आपको मच्छर डंक न मार सके।
- मलेरिया से संक्रमित व्यक्ति से हमेशा दूरी बनाए रखें ताकि यह वायरस आपके अंदर न आ पाएं।
- हमेशा साफ और स्वच्छ जल को पीए, क्यूंकि दूषित जल से मलेरिया फैलता है।
- अपने पुरे शरीर को कपड़े से ढक के रखें जिससे मच्छर आप तक पहुंच न पाए।
- रात को सोते समय पूरी बॉडी पर मच्छर भागने वाली क्रीम को लगाएं।
- सोते समय हमेशा लाईट बन्द कर दे क्यूंकि इससे मच्छर ज्यादा आते हैं।
- गर्मी में प्रतिदिन स्नान करें जिससे मलेरिया का खतरा कम हो जाता हैं।
मलेरिया की जांच कैसे करें? – malaria ka test kaise hota hai
मलेरिया को पकड़ने के लिए डॉक्टर इन चरणों से गुजरता है –
- सबसे पहले डॉक्टर आपका ब्लड सैंपल लेता हैं। अब इस ब्लड की अच्छे से जांच की जाती हैं
- अगर पहली बार में मलेरिया पकड़ में नहीं आता तो 36 घंटे के बाद यह जांच दोबारा से की जाती हैं।
- अब डॉक्टर आपके ब्लड में मलेरिया परजीवियों का अध्यन करता हैं।
- ऐसे में अगर आपके अंदर मलेरिया का वायरस मिलता है तो फिर उसका ईलाज किया जाता हैं।
मलेरिया की दवाइयां कोन कोन सी हैं? – malaria ki dawa ka kya naam hai
हैल्थ एक्सपर्ट के अनुसार मलेरिया के ईलाज के लिए यह दवाइयां सबसे अच्छी मानी जाती हैं, परन्तु आपको इन्हें डॉक्टर की सलाह के बैगर नही लेना चाहिए, वरना इससे आपको नुकसान भी हो सकता हैं।
- एरिल एमिनोअल्कोहल यौगिक: कुनैन, क्विनिडाइन, क्लोरोक्वीन, एमोडायक्वीन, मेफ्लोक्वीन, हेलोफैंट्रिन, ल्यूमफैंट्रिन, पिपेरक्विन, टैफेनोक्वीन
- एंटीफोलेट यौगिक (“एंटीफोल्स”): पाइरीमेथामाइन, प्रोगुआनिल, क्लोरप्रोगुआनिल, ट्राइमेथोप्रिम
- आर्टीमिसिनिन यौगिक (आर्टेमिसिनिन, डायहाइड्रोकार्टेमिसिनिन, आर्टेमेथर, आर्टेसुनेट)
मलेरिया में क्या खाना चाहिए? – malaria mein kya khana chahiye
मलेरिया की बीमारी अपने आप में एक खतरनाक बीमारी हैं इसमें आपको अपनी डाइट का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, इस बीमारी में आप चुकंदर, गाजर, पपीता, मौसमी, अंगूर, जामुन, नींबू, संतरा जैसे विटामिन ए और विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियां आदि खा सकते हैं। इसके साथ-साथ उन चीज़ों को ज़रूर खाएं जिसके अंदर अच्छी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता हैं। क्यूंकि मलेरिया के अंदर हमारी बॉडी प्रोटीन की कमी हो जाती है जिसके अंदर हमें कई तरह की सामस्यो का समाना करना पड़ता हैं।
मलेरिया में क्या नहीं खाना चाहिए? malaria mein kya nahi khana chahiye
अगर आप मलेरिया को जड़ से खत्म करना चाहते हैं तो इस चीजों को कभी न खाएं जैसे – ठंडा पानी, आम, अनार, लीची अनन्नास , संतरा, मौसमी, अंगूर, दही, ठंडी लस्सी, गाजर , मूली आदि। ये सब वे चीज़े है जो आपकी इस बीमारी को और बढ़ा सकती हैं। इसीलिए आप इन चीज़ों को कभी न खाएं।
मलेरिया से शरीर का कौन सा अंग प्रभावित होता है? – malaria ke nuksan kya hai
देखिए मलेरिया एक वायरस है जो मादा एनोलीज जाति के मच्छरों के काटने से हमारी बॉडी में फैलता है। वैसे तो इससे हमारी पूरी बॉडी ही प्रभावित होती हैं परन्तु अगर हम मुख्य रुप से बात करें तो दिमाग, किडनी, फेफड़ों और कई अन्य अंगों को नुक़सान पहुंचता है। Who के अनुसार मलेरिया का समय रहते ईलाज ज़रूरी है वरना जब यह बीमारी आगे बढ जाती हैं तो इससे आपके शरीर को भारी नुक़सान भी पहुंच सकता हैं।
FAQ
Q. 1. मलेरिया कितने दिन में ठीक हो जाता है?
Ans. अगर आप मलेरिया का सही समय पर ईलाज लेते है तो यह 5-8 दिन में ठीक हो जाता है।
Q. 2. क्या मलेरिया बिना दवा के ठीक हो सकता है?
Ans. हैल्थ एक्सपर्ट के अनुसार मलेरिया बिना दवाई के आपके लिए जानलेवा हो सकता हैं, क्यूंकि इसमें आपको तेज़ बुखार भी आता हैं।
Q. 3. मलेरिया में कितने डिग्री बुखार होता है?
Ans. ज्यादातर केसों में देखा गया है की मलेरिया में पेशेंट को 104 डिग्री फारेनहाइट (40 डिग्री सेल्सियस) तक हो सकता है।
Q. 4 क्या हमें मलेरिया में नहाना चाहिए?
Ans. नहीं डॉक्टर के अनुसार हमे मलेरिया के अंदर नहीं नहाना चाहिए , जिससे की यह बीमारी और बढ़ सकती है
Q. 5. मलेरिया में कितने टेस्ट होते हैं?
Ans. मलेरिया में डॉक्टर आपके मलेरिया ब्लड स्मीयर, मलेरिया क्विक डायग्नोस्टिक टेस्ट और पीसीआर द्वारा मलेरिया इस टेस्ट के कुछ अन्य नाम हैं। इससे पता लगाया जाता हैं की आपके अंदर यह वायरस है जा फिर नही।
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